आज पेंड्री गाँव में स्थित तालाब एक चमत्कारी तालाब बन गया है, जहां चर्मरोग से ग्रसित व्यक्ति अगर स्नान करता है तो उसके रोग ठीक होने लगते है। लेकिन इसके पीछे छुपे इसके इतिहास के बारे में बहुत कम लोग ही जानते है। जिसे जानने के लिए लोग Pendri talab history in hindi लिखकर गूगल पर ढूंढते है और उनको पेंड्री तालाब के इतिहास की सही जानकारी नहीं मिल पाती। लेकिन हम आपको pendri talab ka itihas स्थानीय लोगो के जनसुत्रो से ही बताएँगे।
चलिए जानते है पेंड्री तालाब के इतिहास के बारे में।
Pendri talab history in hindi | पेंड्री तालाब का इतिहास
आज पेंड्री गाँव में स्थित तालाब एक चमत्कारी तालाब बन गया है, जहां चर्मरोग से ग्रसित व्यक्ति अगर स्नान करता है तो उसके रोग ठीक होने लगते है। लेकिन इसके पीछे छुपे इसके इतिहास के बारे में बहुत कम लोग ही जानते है। चलिए जानते है पेंड्री तालाब के इतिहास के बारे में साथ ही पेंड्री तालाब का रहस्य भी आपको इस आर्टिकल में देखने को मिलेगा।
पेंड्री के स्थानीय लोगो के अनुसार पेंड्री तालाब का इतिहास 200 साल पुराना बताया जाता है। बहुत पहले यहाँ एक नायक नाम का एक व्यक्ति रहता था। जो पेसे से एक मजदूर था वह बैल, भैस से अपनी मजदूरी करता था। नायक कुष्ट रोग से ग्रसित था साथ ही उसके भैस को भी चर्मरोग की बीमारी थी।
एक दिन की बात है नायक अपनी मजदूरी ख़तम करके पानी से भरे एक छोटे से गड्ढे के पास बैठा था।
जिसे उसके भैस ने प्यास के चलते जा के पी लिया जिसके बाद ही नायक ने देखा उसका भैस ठीक होने लगा जिसे देख नायक आश्चर्यचकित हो गया। फिर नायक ने भी उस गढ्ढे के मिटटी को अपने शरीर पर माला और पानी से स्नान किया जिसके बाद उसने देखा उसका रोग ठीक होने लगा। जिसकी जानकारी नायक ने गाँव के सभी लोगो को दी।
जैसे ही गाँव के सभी लोगो को उस गड्ढे के चमत्कार के बारे में पता चला, गाँव के बड़े लोगो ने एक बैठक बुलाई जिसमे नायक ने कहा इस छोटे से गड्ढे को हमे एक तालाब के रूप में परिवर्तित करना चाहिए ताकि भविष्य में इस तालाब में स्नान कर लोग रोग से ठीक हो सके। जिसका समर्थन वहां सभी लोगो ने किया जिसके उपरांत ही पेंड्री तालाब का निर्माण हुआ।
पेंड्री तालाब के निर्माण के बाद नायक गाँव से चला गया ताकि वह दुसरे गाँव जा के इस चमत्कारी तालाब के बारे में अन्य लोगो को बता सके। तब से आज तक पेंड्री तालाब एक चमत्कारी तालाब के रूप में विख्यात हो गया और लोग अपने रोग से मुक्ति के लिए इस पेंड्री तालाब में स्नान के लिए आने लगे।
पेंड्री तालाब जाने का सबसे अच्छा समय
स्थानीय लोगो के द्वारा पेंड्री तालाब का निर्माण सोमवार के दिन हुआ था जिसके कारण यदि कोई व्यक्ति सोमवार के दिन इस तालाब में स्नान करे तो उसके रोग बहुत जल्द ठीक हो जाते है। तथा रोगी व्यक्ति को 3 सोमवार इस तालाब में स्नान करने की मान्यता है।
पेंड्री तालाब कहा स्थित है
पेंड्री तालाब मुंगेली जिले में मनोहरपुर गाँव के पास स्थित है।
पेंड्री तालाब कैसे पहुचे
पेंड्री तालाब आप बस, बाइक तथा कार से बड़ी आसानी से जा सकते है।
निष्कर्ष
पेंड्री तालाब एक चमत्कारी तालाब के रूप में पुरे छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध हो रहा है, लेकिन इसके पीछे छुपे इसके इतिहास के बारे में बहुत कम लोग ही जानते है। जहाँ चर्मरोग से ग्रसित अगर कोई व्यक्ति पेंड्री तालाब में स्नान करता है, तो उसके रोग समाप्त हो जाते है। यदि आप रोग से ग्रसित है तो आप पेंड्री तालाब स्नान करने आ सकते है। यह तालाब Pendri talab mungeli jila के अंतर्गत आता है तथा lormi से एकदम करीब में स्थित है।