छत्तीसगढ़ में एकमात्र ऐसा मंदिर जहां माता सीता देवी की पूजा की जाती है। यह siyadevi temple balod जिले में ऊंचे घने जंगल पहाड़ी के ऊपर स्थित है। यहाँ प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त माता सीता के दर्शन करने के लिए आते हैं। यह मंदिर उन पर्यटकों के लिए भी अति सुंदर है जो मंदिर के पास पिकनिक मनाने तथा ट्रैकिंग करने जैसे साहसी गतिविधियां करने की जगह की तलाश में रहते है।
इस पोस्ट में हम आपको सिया देवी मंदिर के बारे में बताएंगे। साथ ही हम आपको सिया देवी मंदिर का इतिहास मंदिर से जुड़ी कुछ कहानियां, यहां आने के बाद क्या करें? तथा बालोद जिले के अन्य पर्यटन स्थल जहां आप माता सीता के दर्शन करने के बाद घूमने जा सकते हैं। इन सभी जानकारियों के लिए हमारे साथ बने रहिए।
Siyadevi Temple Balod | सियादेवी मंदिर बालोद छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में स्थित siyadevi temple एक प्रसिद्ध एवं प्राचीन मंदिर है, जो नारा गांव की पहाड़ियों के ऊपर स्थित है। यह मंदिर माता सीता को समर्पित है। यह मंदिर यहां की स्थानीय लोगों के लिए एक बड़ा आस्था का केंद्र है। यह सियादेवी मंदिर बालोद जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जिसके कारण बहु से श्रद्धालु भक्त माता सिया देवी के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से आते हैं।
सिया देवी मंदिर से जुड़ी एक मान्यता है कि त्रेता युग में भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण वनवास काल के दौरान इस स्थान पर आए थे। तथा माता सीता के चरण के निशान यहां देखने को मिलते हैं। ऊंचे पहाड़ी के ऊपर स्थित होने के कारण यह मंदिर एक बहुत ही खूबसूरत लोकप्रिय स्थल है।
यहां प्रतिवर्ष हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त तथा बहुत से पर्यटक माता सीता के दर्शन तथा पूजा अर्चना करने, प्रकृति की खूबसूरती का आनंद लेने और पिकनिक मनाने के लिए आते हैं। सियादेवी मंदिर के पास एक बहुत ही खूबसूरत झरना है जिसे लोग “सियादेवी जलप्रपात“ के नाम से जानते हैं। इस जलप्रपात की ऊंचाई लगभग 15 से 20 फिट है तथा चौड़ाई 35 से 40 फिट है जिसके कारण यह जलप्रपात पर्यटकों को अपने और आकर्षित करता है।
Siyadevi Temple Photos
Siyadevi Temple History | सिया देवी मंदिर का इतिहास
ऐसी मान्यता है कि siyadevi temple history रामायण काल से जुड़ा हुआ है, जब भगवान राम, लक्ष्मण तथा माता सीता अपने वनवास काल के दौरान इस स्थान पर अपना समय व्यतीत किए थे। मंदिर विशाल परिसर में स्थित है गर्भगृह में माता सीता की भव्य मूर्ति स्थापित है। मंदिर में माता सीता की मूर्ति के अलावा परिसर में अन्य देवी देवताओं की छोटे बड़े मंदिर भी है जिसमें भगवान शिव तथा पार्वती, हनुमान जी, श्री गणेश जी के मंदिर स्थित है। सिया देवी मंदिर से जुड़ी स्थानीय लोगों की एक कहानी बहुत ही प्रचलित है, जो इस प्रकार हैं।
Siyadevi Temple Story | सियादेवी मंदिर की कहानी
कहानी रामायण काल से जुड़ी हुई है, जब भगवान राम और लक्ष्मण इस जंगल से गुजर रहे थे तब भगवान शिवा जी कैलाश में बैठे भगवान राम को नमस्कार कर रहे थे तब माता पार्वती ने शिव जी से पूछा कि आप इस साधारण मानव को नमस्कार क्यों कर रहे हैं? तब भगवान शिव ने कहा कि यह कोई साधारण मानव नहीं है यह हमारे प्रभु है। जिसके कारण माता पार्वती ने भगवान राम की परीक्षा लेने के लिए माता सीता का रूप धारण कर जंगल के बीच में जाकर बैठ गई फिर जैसे ही राम जी ने सीता को दिखा भगवान राम जान गए की यह सीता नहीं माता पार्वती है। फिर माता पार्वती अपने असल रूप में आकर भगवान राम को दर्शन दिए और वही सीता रूप में स्थापित हो गई। तब से लेकर आज तक उस स्थान को siya devi mandir के रूप में पूजा जाता है।
Things to do (वहां करने लायक चीजें)
1. पूजा आरती: सियादेवी मंदिर बालोद छत्तीसगढ़ आने के बाद आप मंदिर में पूजा आरती कर सकते हैं। यहां आकर आप माता सीता के सामने अपनी मनोकामना रख सकते हैं ताकि माता सीता आपकी सारी मनोकामना पूर्ण कर सकें। इसके अलावा मंदिर के पास स्थित अन्य देवी देवताओं की भी पूजा आरती करना ना भूले।
2. प्राकृतिक नज़ारा: सिया देवी मंदिर पहाड़ की चोटी पर स्थित है इसलिए मंदिर के पास बहुत से हरे भरे पेड़ पौधे प्रकृति की सुंदरता को बढ़ाती है मंदिर के पास स्थित एक झरना है, जिसे सिया देवी जलप्रपात कहते हैं। जहां आप जाकर प्राकृतिक नजारे का आनंद उठा सकते हैं।
3. पिकनिक (Picnic): siyadevi mandir में माता सीता देवी के दर्शन तथा पूजा आरती करने के बाद आप अपने परिवार के साथ इस स्थान पर पिकनिक मना सकते हैं। यह स्थान एक बहुत ही सुंदर हरा-भरा जंगल है, जहां आप अपने परिवार के साथ पिकनिक जैसी मनोरंजक गतिविधियां कर सकते हैं।
4. ट्रैकिंग (Trekking): मंदिर पहाड़ के ऊपर स्थित है इसलिए यहां बहुत से छोटे-बड़े पत्थर है। जिस पर आप ट्रैकिंग का आनंद ले सकते हैं। और इसके अलावा अन्य साहसी गतिविधियां भी कर सकते हैं।
Tourist Places near Balod (बालोद में घूमने की जगह)
यदि आप सिया देवी मंदिर आते हैं जहां आप माता सीता देवी के दर्शन तथा पूजा करने के बाद balod me ghumne ki jagah ढूंढते हैं ताकि आप मंदिर के अलावा अन्य खूबसूरत जगह की सैर कर सके। तो नीचे मैंने बालोद के आसपास स्थित खूबसूरत जगहो की सूची दी है जहां जा सकते हैं।
- Tandula Dam Balod
- Chitwa Dongri Gufa
- Gondli Dam
- Kharkhara Dam
- Dev Bawli temple
- Matiamoti Dam
- Dalli Rajhara View Point
- Jaleshwar Mahadev Temple
- Kapileshwar Temple Group
- Ganga Maiya Mandir
- Mangtu Baba Mandir
- Shri Jamdi Pateshwar Dham
- Boradhi Dam
- Kille wali mata ka mandir
- Shree Goraiah Dham
- Bhola pathar
How to Reach | सिया देवी मंदिर कैसे पहुंचे?
siyadevi temple balod chhattisgarh तक पहुंचना बहुत ही आसान है। यह मंदिर बालोद जिले में स्थित है जो बालोद जिले से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां आप बस, टैक्सी या अपने निजी वाहन से बड़ी आसानी से पहुंच सकते हैं। यदि आप दूसरे जिले के निवासी हैं तो आप ट्रेन या हवाई जहाज की सहायता से भी बड़ी आसानी से siyadevi mandir balod पहुंचकर माता सीता के दर्शन कर सकते हैं।